जल प्रदूषण ,पृथ्वी पर जल को जीवन का मुख्य स्रोत कहा जाता है , जल के बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जल प्रदुषण की समस्या वास्तव में कोई नयी समस्या नहीं है, जैसे जैसे दिन प्रतिदन विश्व की जनसँख्या में वृद्धि हो रही है वैसे वैसे जल की समस्या भी गंभीर होती जा रही है. आगामी समय में जल समस्या एक विकराल समस्या का रूप ले सकती है। जल प्रदुषण सभी के लिए एक गंभीर विषय है,जो कई तरीको से मानव ,पशु, पक्षी , जीव ,जंतु ,भूमि और पर्यावरण को बहुत अधिक प्रभावित कर रहा है। जल प्रदूषक जल की रासायनिक और भौतिक व्यवस्था को प्रभावित कर रहा है जो समस्त विश्व में पेड पोधो ,पशु ,पक्षी और समस्त मानव प्रजाति के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।>