UPS Kya Hai Aur Kaise Kaam Karta Hai

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क्या आप जानते हैं UPS kya hai? और UPS kaise kam karta hai? यदि आप कंप्यूटर का उपयोग करते हैं तो आप ने UPS का नाम तो सुना होगा जोकि कंप्यूटर के लिए ही उपयोग किया जाता है।

कंप्यूटर सिस्टम को चलाने के लिए हमें कई सारे उपकरणों की आवश्यकता होती है उनमें से UPS भी एक उपकरण है जो कि कंप्यूटर सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।

यदि आप UPS के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते हैं तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें इस आर्टिकल के माध्यम से आपको UPS से जुड़ी हर एक जानकारी मिल जाएगी।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे कि UPS kya hai?, UPS kaise kam karta hai? UPS का फुल फॉर्म क्या है?, UPS के कार्य क्या है?,  UPS और इन्वर्टर में क्या अंतर है?,  UPS के क्या लाभ और क्या हानि है? UPS कितने प्रकार के होते हैं? व UPS से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करेंगे।

UPS क्या है?(UPS kiya hai?)

UPS एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जोकि कंप्यूटर में बिजली की मुख्य सप्लाई बंद हो जाने पर कंप्यूटर को पावर प्रदान करता है।

UPS के आंतरिक भाग में एक बैटरी लगा होता है, जिससे कंप्यूटर में मुख्य सप्लाई बंद हो जाने के बाद भी यह कंप्यूटर को 20 से 30 मिनट तक पावर देता रहता है। जिससे कंप्यूटर डायरेक्ट बंद नहीं होता है।

UPS उपकरण कंप्यूटर को बिजली के हाई वोल्टेज से भी बचाता है जिससे कंप्यूटर का वोल्टेज सही अनुपात में आता रहता है।

यदि आप अपने कंप्यूटर में कार्य कर रहे हैं और आपका कंप्यूटर UPS से कनेक्ट है तो मुख्य बिजली की सप्लाई कट होने के बाद भी आपका कंप्यूटर बंद नहीं होता है। बल्कि UPS के कनेक्ट होने से आपको कुछ समय मिल जाता है जिससे आप जो कार्य कर रहे हैं उसे आप सेव कर सकते हैं इससे आपका डाटा संरक्षित हो जाता है।

UPS को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए आपको UPS के तार कनेक्शन को कंप्यूटर से कनेक्ट करना होता है और स्विच को ऑन रखना होता है।

जिससे वह चार्ज होता रहता है और जब बिजली की मुख्य सप्लाई बंद हो तो कंप्यूटर को तुरंत बंद ना हो।

UPS का फुल फॉर्म क्या है?

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UPS का फुल फॉर्म Uninterruptible Power Supply है और हिंदी में UPS का पूरा नाम अबाधित बिजली आपूर्ति होता है, जो कि कंप्यूटर को बिजली आपूर्ति करने का कार्य करता है।

अबाधित बिजली आपूर्ति यानी UPS बिजली को नियमित बनाए रखता है जिससे कंप्यूटर में वोल्टेज ना तो ज्यादा हाई हो पाता है और ना ही ज्यादा कम। तथा यह UPS नियमित हुए बिजली को सीपीयू तक ले जाने का कार्य करता है।

UPS एक तरह से बैकअप का भी कार्य करता है जो कि बिजली के चले जाने के बाद भी कंप्यूटर को चलाता है 

UPS लगभग 1 घंटे से ऊपर कंप्यूटर को बिना बिजली के चला सकता है क्योंकि UPS के अंदर बैटरी लगा होता है जो कि कंप्यूटर को ऊर्जा देता रहता है जिससे कंप्यूटर में बिजली की आपूर्ति बनी रहती है।

UPS कितने प्रकार के होते है?(Types Of UPS )

UPS कई प्रकार के होते हैं जिनमें से हम आपको UPS के मुख्य प्रकारों के बारे में जानकारी देंगे-

ups kya hai

◆ Line Interactive UPS 

◆ Standby UPS

◆ Standby Online Hybrid UPS

◆ Delta Conversation On-line UPS

◆ Standby-Ferro

◆ Double Conversation On-line

Line Interactive UPS   

Line Interactive UPS का इस्तेमाल छोटे बिजनेस, वेब, डिपार्टमेंटल सर्विस में किया जाता है।

यह एक सामान्य डिजाइन होता है इस UPS में एसी पावर कन्वर्टर को आउटपुट के साथ जोड़ा जाता है।

Standby UPS

इस UPS का इस्तेमाल पर्सनल कंप्यूटर के लिए किया जाता है यह एक सामान्य UPS होता है।

इस प्रकार के UPS का उपयोग तब किया जाता है जब सिस्टम में पावर ऑफ हो जाए।

Standby Online Hybrid UPS

Standby Online Hybrid UPS का उपयोग 10kva के अंतराल में होता है। इस UPS को हम On-line UPS भी कहते हैं।

Delta Conversation On-line UPS

यह एक नई टेक्नोलॉजी का UPS है यह UPS 5kva से 1 MW के क्षेत्र में उपस्थित रहता है।

Standby-Ferro

पहले के समय में इस UPS का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता था। इस UPS का डिजाइन 3-15 kvm के क्षेत्र में रहता है।

Double Conversation On-line

यह एक सामान्य टाइप का UPS है लेकिन इसमें प्राइमरी पावर AC-main के बदले में Inverter होती है।

UPS की जरूरत क्यो है?

जैसे-जैसे आज के समय में कंप्यूटर का विकास होता जा रहा है। कंप्यूटर में एक से बढ़कर एक आधुनिक उपकरण लगता जा रहा है जिससे की कंप्यूटर तेज और जल्दी काम करें। 

UPS की जरूरत हमें किसी भी कंप्यूटर में कंप्यूटर को अचानक से बंद को रोकने के लिए किया जाता है UPS उपकरण कंप्यूटर को पावर देता है जिससे कंप्यूटर अचानक से बंद नहीं होता है। 

अर्थात हमें UPS उपकरण की जरूरत पड़ती है जिससे हम अपने कंप्यूटर को खराब होने से बचा सके।

तथा यदि हम कंप्यूटर में कोई कार्य कर रहे हो तो बिजली के अचानक चले जाने से कंप्यूटर अचानक से बंद ना हो और हम जो भी कार्य कर रहे हैं उसका डाटा संरक्षित कर सकें।

UPS के कार्य क्या-क्या है?

1. UPS के सहायता से होने वाली शॉर्ट सर्किट से अपने कंप्यूटर के सिस्टम को बचा सकते हैं

2. UPS से हम कंप्यूटर सिस्टम में होने वाले क्षति से सुरक्षित कर सकते हैं।

3. UPS हमें बिजली की मेन सप्लाई बंद होने पर बिजली की आपूर्ति करता है जिससे हमारा कंप्यूटर अचानक से बंद नहीं होता है।

4. UPS एक तरह से बैकअप का कार्य करता है जो कि लाइट के चले जाने पर कंप्यूटर को चलाने का कार्य करता है।

5. UPS बिजली में अचानक अधिक वोल्टेज आ जाने पर कंप्यूटर को शार्ट होने से बचाता है। क्योंकि वह वोल्टेज को नियंत्रित कर देता है और सामान्य वोल्टेज को सीपीयू तक पहुंचाता है। जिससे कंप्यूटर शार्ट नही होता है।

UPS कैसे काम करता है?(UPS Kaise Kam Karta hai?)

अभी तक आप ने जाना की UPS kya hai? और UPS कितने प्रकार के होते हैं अब जानते हैं कि UPS कैसे काम करता है।

UPS के मुख्य 3 भाग होते हैं जो कि UPS सिस्टम को चलाने का कार्य करते हैं

◆ Rectifier ( रेक्टिफायर)

◆ Battery ( बैटरी)

◆ Inverter ( इन्वर्टर )

Rectifier ( रेक्टिफायर)

UPS का यह भाग  सिस्टम में पहले से ही इंस्टॉल रहता है यह एक सर्किट होता है जिसका मुख्य कार्य अन्य करंट को डायरेक्ट करंट में बदलना।

ups kya hai

रेक्टिफायर को UPS में इंस्टॉल करने का मुख्य कारण बैटरी को चार्ज करना है क्योकि इसकी सहायता से ही बैटरी अन्य करंट को डायरेक्ट करंट में बदलती है। और बैटरी चार्ज होती है 

जब अचानक से बिजली कट होती है तो इस बैटरी की सहायता से ही UPS कंप्यूटर को बंद होने से बचाता है।

Battery ( बैटरी)

बैटरी जो कि UPS का मुख्य भाग होता है यह UPS के आंतरिक भाग में स्थित होता है। बैटरी की सहायता से ही कंप्यूटर के पावर बंद होने से बचाया जाता है।

क्योंकि जब बिजली से कंप्यूटर चलता है तो UPS में लगा बैटरी चार्ज होता रहता है और जब अचानक से बिजली कट हो जाती है तो इस बैटरी के माध्यम से ही UPS कंप्यूटर को पुनः बंद होने से बचाता है।

Inverter ( इन्वर्टर )

UPS सिस्टम में इनवर्टर का भी मुख्य रोल होता है यह भाग UPS के अंदर रखे बैटरी में संचित ऊर्जा को DC ऊर्जा से AC ऊर्जा में परिवर्तित करता है।।जिससे हमें तत्काल बिजली की प्राप्ति हो जाती है।

तो UPS के अंदर लगे इनवर्टर बैटरी और रेक्टिफायर की मदद से UPS कंप्यूटर से जुड़कर कार्य करता रहता है। यदि UPS के अंदर यह भाग ना हो या सही से काम ना कर रहा हो तो UPS सही से काम नहीं करता है।

UPS के फायदे क्या है?

अगर आप अपने कंप्यूटर के साथ-साथ UPS को कनेक्ट करते हैं तो UPS के कई सारे फायदे हैं जो कि नीचे बताए गए है- 

1. UPS के उपयोग से हमारे कंप्यूटर में प्रभावित होने वाली ऊर्जा को नियंत्रित किया जा सकता है।

जिससे यदि कभी बिजली से अधिक वोल्टेज आता है तो वोल्टेज कम हो जाता है और यह UPS से नियंत्रित करके सीपीयू तक एक सामान्य अनुपात में ऊर्जा भेजता रहता है।

2. UPS उपकरण कंप्यूटर के ऑन होने के साथ ही लगातार काम करता रहता है और यदि बीच में बिजली का कनेक्शन कट भी जाता है तो वह कंप्यूटर को निरंतर चलने के लिए पावर प्रदान करता है।

3. यह उपकरण आपके कंप्यूटर को संतुलन बनाने में काफी अधिक मदद करता है।

यह विद्युत धारा को एक निश्चित अनुपात में सीपीयू के माध्यम से कंप्यूटर तक भेजता रहता है जिससे कंप्यूटर खराब होने से बचा रहता है।

4. UPS के इस्तेमाल करने से आपका डाटा नष्ट होने से बच जाता है क्योंकि जब अचानक से बिजली कटती है तो UPS की वजह से आपका कंप्यूटर बंद नहीं होता है।

जबकि कुछ समय का समय मिलता है जिससे आप उस समय में अपने बनाए गए डाटा को संरक्षित कर सकते हैं

UPS के नुकसान क्या है?

UPS सिस्टम से कोई बहुत बड़ी हानियां नहीं है यदि आप एक बार इस सिस्टम को लगवा लेते है तो फिर आपको इसे मेंटेन रखने में ज्यादा खर्च नहीं लगता है.

1. UPS की बैटरी बैकअप बहुत अच्छी नहीं होती है और यह जल्दी खराब भी हो जाते हैं  जिससे हमें नई बैटरी लगानी पड़ती है इसलिए हमें एक अच्छे UPS लेना चाहिए जिससे उसका बैटरी जल्दी खराब ना हो

2. शुरुआती समय में UPS की Installation cost महंगी पड़ती है और अगर आप standby UPS का इस्तेमाल करते हैं तो यह काफी महंगा पड़ता है।

UPS और Inverter में अंतर क्या है?

UPS और Inverter में कई सारे अंतर है, जब पावर कट होता है तो यह लगातार कंप्यूटर को पावर प्रदान करता है। जबकि Inverter DC करंट को AC करंट में परिवर्तित करता है जिससे बैटरी चार्ज होती है और कंप्यूटर को पावर मिलता है।

UPS की सहायता से आप अपने कंप्यूटर में एक तरह से बैकअप बना सकते हैं तथा जैसे ही बिजली कट होती है वह तुरंत ही Data को नष्ट होने से बचा लेता है। और कंप्यूटर को ऑन नहीं रखता है। 

जबकि Inverter बैकअप का कार्य नहीं करता यह केवल ऊर्जा को परिवर्तित करने का कार्य करता है।

इस तरह हम कह सकते हैं कि Inverter और UPS में काफी अंतर है और दोनों का अलग-अलग कार्य है लेकिन यह एक दूसरे के संपर्क में ही रहकर अपने अपने कार्य को करते हैं जिससे कि कंप्यूटर आसानी से चलता है।

UPS से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न?

1. UPS को हिंदी में क्या कहते हैं?

UPS को हिंदी में “अबाधित विद्युत आपूर्ति” यंत्र कहा जाता है।

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2. UPS की फुल फॉर्म क्या है?

UPS का फुल फॉर्म “Uninterruptible Power Supply” है।

3. UPS कितने प्रकार के होते हैं?

UPS मुख्यता तीन प्रकार के होते हैं

1. Line Interactive UPS 

2. Standby UPS

3. Standby Online Hybrid UPS

4. UPS का क्या कार्य है?

UPS का मुख्य कार्य कंप्यूटर में बिजली की मुख्य सप्लाई बंद हो जाने पर कंप्यूटर को पावर प्रदान करना  है।

5.UPS कैसे काम करता है?

UPS के अंदर लगे बैटरी और रेक्टिफायर की मदद से UPS कंप्यूटर से जुड़कर कार्य करता रहता है। जब बिजली अचानक कट जाती है तो यह कंप्यूटर को बंद होने से बचाता है।

Conclusion

दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आप में जाना कि UPS kya hai? UPS kaise kam karta hai?  UPS फुल फॉर्म क्या है? UPS के प्रकार? UPS से होने वाले लाभ?  UPS से होने वाली हानि?  UPS और इन्वर्टर में अंतर? UPS के कार्य क्या है? वा UPS से जुड़ी हमने महत्वपूर्ण प्रश्नों के बारे में जानकारी हासिल की।

हम आशा करते हैं आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और UPS से जुड़ी यह जानकारी अच्छी लगी होगी यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें जिससे अन्य लोगों को भी UPS जुड़े हर एक जानकारी मिल सके।

यदि आपके मन में इस पोस्ट से संबंधित कोई प्रश्न हो तो नीचे कमेंट के माध्यम से अवश्य पूछे हम आपके द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर अवश्य देंगे धन्यवाद…

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