Credit Card Meaning in Hindi | Credit Card क्या होता है | Credit Card Bill Pay Best 07 Methods In Hindi

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अगर आप Credit Card meaning in Hindi का मतलब जानना चाहते हो, तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। क्रेडिट कार्ड के हिंदी मतलब के साथ ही इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि क्रेडिट कार्ड क्या होता है? कैसे बनता है और इसका उपयोग कैसे किया जाता है?

अगर आप क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो किस प्रकार से अप्लाई कर सकते हैं और इसका प्रयोग करके आप किस प्रकार से लाभ उठा सकते हैं? 

Credit card meaning in Hindi आपको First Heading में मिल जाएगी, लेकिन हमारा सुझाव है कि आपको पूरा लेख पढ़ना चाहिए; जिससे आपको क्रेडिट कार्ड के बारे में समस्त जानकारियां मिल सके।

इसके साथ ही क्रेडिट कार्ड से संबंधित और भी बहुत सारे सवालों का जवाब देंगे। इसलिए कृपया पूरा लेख पढ़ें।

Credit Card Meaning In Hindi

Credit card meaning in Hindi मतलब उधार पत्रक होता है, लेकिन ज्यादातर लोग इसे क्रेडिट कार्ड के नाम से ही जानते हैं। यह एक प्रकार का विशेष कार्ड होता है, जो विशिष्ट भुगतान प्रणाली के उपयोगकर्ताओं के लिए जारी किया जाता है। 

इस कार्ड का उपयोग करके कार्डधारक वित्तीय संस्था (जो क्रेडिट कार्ड को जारी करती है) के नियम के मुताबिक निश्चित मूल्य के अंतर्गत किसी भी प्रकार की खरीदारी अथवा सेवाओं का भुगतान कर सकते हैं और निश्चित समय अंतराल के अंदर कार्ड धारक को खर्च की गई राशि, क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता को भुगतान करना पड़ता है।

उदाहरण के लिए आपने कई बार देखा होगा; कि लोग क्रेडिट कार्ड से कुछ खरीदारी करते हैं अथवा अन्य लोगों को भुगतान करते हैं, जबकि उनके बैंक में पैसा नहीं होता है। फिर भी वे क्रेडिट कार्ड की मदद से ऐसा कर लेते हैं।

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इसका कारण है कि क्रेडिट कार्ड जारी करने वाला बैंक अथवा संस्था कार्ड धारक को यह सुविधा प्रदान करती है; कि अकाउंट में पैसे ना होने पर भी कार्डधारक एक तय राशि को खर्च कर सकता है और उसका भुगतान एक निश्चित समय के अंदर उस वित्तीय संस्था को कर सकता है।

Credit card Kya Hota Hai?

क्रेडिट कार्ड वित्तीय संस्थानों द्वारा जारी किया गया कार्ड होता है, जो कार्ड धारक को पूर्व अनुमोदित (Pre approved) मतलब कि वित्तीय संस्था द्वारा पहले से अप्रूव किए गए सीमित धनराशि खर्च करने की सुविधा प्रदान करता है।

क्रेडिट कार्ड से धन खर्च करने की सीमा वित्तीय संस्था आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर निर्धारित करती है, यहां पर Credit Score से तात्पर्य है कि जब आप किसी वित्तीय संस्था से कर्ज लेते हैं; तो निश्चित समय के भीतर कर्ज चुका देते है या नहीं, इसके अलावा आपकी Properties और सैलरी आदि भी देखी जाती है कि आप कितनी क्रेडिट लिमिट लेने के लायक है।

इसका मतलब है कि आपका क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट इतिहास जितना अच्छा होगा आप क्रेडिट कार्ड से उतना ज्यादा धन खर्च करने की सीमा प्राप्त कर सकते हैं।

इस प्रकार आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर वित्तीय संस्था आपको एक निर्धारित राशि खर्च करने की पूर्व अनुमोदित सुविधा देती है। क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके कार्डधारक ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं अथवा एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं या कार्ड स्वाइप कर सकते हैं।

हालांकि क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप जो धनराशि अपने क्रेडिट कार्ड से खर्च कर रहे हैं, उसे आपको निर्धारित समय सीमा के भीतर उस वित्तीय संस्था को भुगतान करना पड़ेगा, जिसने आपका क्रेडिट कार्ड जारी किया है। 

अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली वित्तीय संस्था आप पर देरी शुल्क के रूप में ब्याज के साथ जुर्माना भी लगाएगी, इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होगा। 

अगर आप कार्ड से खर्च की गई धनराशि को 30 दिनों के भीतर वित्तीय संस्था को नहीं भुगतान करते हैं, तो क्रेडिट कार्ड पर उच्च ब्याज दर भी लागू होती है, जिसे आपको कार्ड जारी करने वाली वित्तीय संस्था को देना पड़ता है।

इसके अलावा क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता के पास आपके क्रेडिट कार्ड का पूरा विवरण होता है, इसलिए किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको कार्ड से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी दूसरों से साझा नहीं करनी चाहिए।

चूंकि आप Credit Card meaning In Hindi के बारे में जान चुके हैं, तो अब आपको यह भी जानना चाहिए कि क्रेडिट कार्ड कैसा होता है|

 

 

Credit Card कैसा होता है?

क्रेडिट कार्ड प्लास्टिक अथवा धातु का बना हुआ होता है, जिसका आकार आयताकार होता है। आमतौर पर यह आपके एटीएम कार्ड की तरह ही दिखता है।

Credit Card कैसे बनता है?

ऐसे लोगों का क्रेडिट कार्ड बहुत ही आसानी से बन जाता है जिनका क्रेडिट स्कोर अच्छा होता है, इसके लिए बस आपको क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली किसी एक बैंक में जाना होता है और बैंक के एजेंट से मिलकर क्रेडिट कार्ड के बारे में सारी जानकारी जान लेने के बाद, एक फार्म भरना होता है। आपका क्रेडिट कार्ड का फार्म बैंक के द्वारा अप्रूव होने के बाद आपका क्रेडिट कार्ड बन जाता है।

इसका एक Online तरीका भी होता है, जिसमें आप किसी क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली संस्था अथवा किसी बैंक की वेबसाइट पर जाकर जरूरी कागजात उपलब्ध करवाने के बाद; क्रेडिट कार्ड के लिए फॉर्म भरना पड़ता है, उसके बाद अगर आप क्रेडिट कार्ड पाने के लायक होंगे, तो आपका आवेदन अपूर्व हो जाता है और क्रेडिट कार्ड आपको मिल जाएगा।

 

Credit Card कैसे बनवाएं?

भारत में क्रेडिट कार्ड बनवाना बहुत ही आसान है, लेकिन क्रेडिट कार्ड बनवाने से पहले आपको इसके बारे में कुछ जानकारियां मालूम होनी चाहिए, कि क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाए जाते हैं।

  1. सबसे पहले आपको अपने बैंक में जाकर कार्ड एजेंट से मिलकर निम्नलिखित बातों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी लेनी चाहिए।
  2. उसके बाद आवश्यक पात्रता मतदान की जांच करें, अगर आपके बैंक के द्वारा क्रेडिट कार्ड पाने के योग्य है; तो आवश्यक फार्म भरे।
  3. एक बार बैंक के द्वारा फॉर्म स्वीकृत हो जाने के बाद आप क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।

 

ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड  कैसे बनवाएं?

कोविड-19 महामारी के बाद ज्यादातर बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है, जिससे आप और आसानी से एडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए निम्नलिखित प्रक्रियाओं का पालन करें।

  1. सर्वप्रथम क्रेडिट कार्ड ऑफर की तुलना करें आप अपनी आवश्यकतानुसार किसी एक क्रेडिट कार्ड का चयन करें।
  2. प्रमुख भारतीय बैंकों में से किसी एक का चयन करें।
  3. उसके बाद बैंक की वेबसाइट पर जाएं और बैंक द्वारा प्रदान किए जाने वाले क्रेडिट कार्डों के लिए अपनी योग्यता की जांच करें।
  4. बैंक द्वारा प्रदान किए जाने वाले क्रेडिट कार्डों पर दिए जाने वाले ऑफर की जांच करें और उनकी आपस में तुलना करें।
  5. आवश्यकतानुसार सही कार्ड का चयन करें और “Apply” बटन पर क्लिक करें।
  6. उसके बाद क्रेडिट कार्ड के लिए आवश्यक सभी व्यक्तिगत विवरण भरें और सभी डॉक्यूमेंट अपलोड करें।
  7. फिर अपना आवेदन फॉर्म जमा करें।

कृपया ध्यान दें: अलग-अलग बैंकों के द्वारा ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड आवेदन की प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है, इसलिए कृपया बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर जांच अवश्य करें।

 

 

एक अच्छा क्रेडिट कार्ड कैसे चुने?

  1. सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आप किसलिए क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं, आप क्रेडिट कार्ड चुनने के लिए अपने मासिक वेतन को आधार बना सकते हैं। 
  2. उसके बाद विभिन्न प्रकार के क्रेडिट कार्ड पर लागू होने वाले शुल्क और ब्याज दरों की आपस में तुलना करें।
  3. इस बात की जानकारी लें कि कौन सा कार्ड आपको किस प्रकार का ऑफर दे रहा है, आमतौर पर जब आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं या किसी स्टोर पर खरीदारी करते हैं; तो कुछ विशेष क्रेडिट कार्ड पर आपको छूट तथा ऑफर मिलते हैं।
  4. इस बात की जांच करें कि आप जो क्रेडिट कार्ड लेने जा रहे हैं; क्या उस पर रीवार्ड प्वाइंट्स और कैशबैक भी मिलते हैं?
  5. एजेंट से क्रेडिट कार्ड के द्वारा भुगतान विकल्प बारे में जानकारी अवश्य ले, मतलब कि आप कार्ड का उपयोग कहां कहां कर सकते हैं।
  6. कुछ बैंक क्रेडिट कार्ड के लिए आपको वेलकम बोनस भी प्रदान करते हैं; जब आप उनका क्रेडिट कार्ड उपयोग करने के लिए आवेदन करते हैं, तो इस बात की भी जानकारी प्राप्त कर ले।

 

 

क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए पात्रता:

आमतौर पर क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए पात्रता मापदंड कई मानकों पर निर्भर करता है; जिसमें कुछ प्रमुख मानक निम्नलिखित हैं।

  • राष्ट्रीयता: क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए आपका भारतीय नागरिक होना आवश्यक है।
  • उम्र: आपकी उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • रोजगार की स्थिति: आप वेतन-भोगी अथवा self-employed होने चाहिए।
  • आय: इस बात का ध्यान दें कि अलग-अलग बैंक अलग-अलग न्यूनतम आय की मांग करते हैं।
  • क्रेडिट स्कोर: आपके पास एक अच्छा क्रेडिट स्कोर (लगभग 700 या इससे अधिक) होना चाहिए।

 

 

क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज:

क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए आप आईडी प्रूफ, आय प्रमाण तथा एड्रेस प्रूफ के लिए निम्नलिखित में से किसी एक को जमा कर सकते हैं।

ऐड्रेस प्रूफ: आप एड्रेस प्रूफ के रूप में बिजली बिल, आधार कार्ड, टेलिफोन बिल आदि में से किसी एक का प्रयोग कर सकते हैं।

आईडी प्रूफ: आप आईडी प्रूफ के लिए पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड अथवा मतदाता पहचान पत्र आदि में से किसी एक का उपयोग कर सकते हैं।

इनकम प्रूफ: आप इनकम प्रूफ के रूप में वेतन प्रमाण पत्र, पिछले महीने की वेतन पर्ची अथवा रोजगार पत्र का उपयोग कर सकते हैं।

 

Credit Card के फायदे क्या है?

आमतौर पर क्रेडिट कार्ड के निम्नलिखित लाभ होते हैं।

  • आपको ऑनलाइन खरीदारी की धोखाधड़ी से सुरक्षा मिलती है, इसका मतलब है कि अगर आप इंटरनेट पर किसी वेबसाइट से कोई खरीदारी करते हैं अथवा सेवा के लिए किसी को भुगतान करते हैं और आपको वह प्रोडक्ट अथवा सेवा वेबसाइट की तरफ से नहीं मिलती है, तो आप अपने क्रेडिट कार्ड संस्था से लेनदेन के खिलाफ विवाद उठाने के लिए कह सकते हैं। क्रेडिट कार्ड के संदर्भ में इसे chargeback कहा जाता है।
  • आपको क्रेडिट कार्ड पर अधिकतम 50 दिन के लिए बिना किसी ब्याज दर के उधार मिलता है, इसका मतलब है कि आप अधिकतम 50 दिनों के भीतर क्रेडिट कार्ड पर पूर्व-अनुमोदित धनराशि खर्च कर सकते हैं, इसके लिए आपको किसी प्रकार का ब्याज नहीं देना पड़ेगा।
  • क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने पर आपको कैशबैक, रीवार्ड तथा एयर माइल्स आदि, कार्ड जारी करने वाली कंपनियों की तरफ से मिलता है।
  • अगर आप सही तरीके से क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं तो इससे आपका Credit Score भी बढ़ता जाता है।
  • आप क्रेडिट कार्ड के माध्यम से विदेश यात्रा कर सकते हैं, अथवा ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं।
  • आज के समय में आने वाले आधुनिक प्रीमियम क्रेडिट कार्ड अप्रत्याशित दुर्घटना यह हवाई दुर्घटना कवर पर आकर्षक बीमा कवर के साथ आते हैं।

 

 

क्रेडिट कार्ड के नुकसान क्या है?

जिस प्रकार अन्य चीजों के फायदों के साथ साथ नुकसान भी होते हैं; ठीक उसी प्रकार क्रेडिट कार्ड के साथ भी है। इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जो निम्नलिखित है।

  1. उच्च ब्याज दर: अगर आप निर्धारित समय सीमा के भीतर क्रेडिट कार्ड के द्वारा खर्च की गई धनराशि का भुगतान वित्तीय संस्था को नहीं कर पाते हैं; तो इसके कारण क्रेडिट कार्ड पर आपको उच्च ब्याज दर देना पड़ता है। हालांकि आप सही समय पर बकाया राशि का भुगतान करके ब्याज देने से बच सकते हैं।
  2. अधिक खर्च करने की संभावना: क्रेडिट कार्ड का दूसरा नुकसान यह है कि यह आपको भुगतान करने की आसान सुविधा प्रदान करता है, जिसके कारण आप overspending ( अधिक खर्च) करने लगते हैं। इसलिए आपको क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते समय अधिक खर्च करने से सावधानी बरतनी चाहिए अन्यथा यह आपके क्रेडिट स्कोर को खराब कर सकता है।

 

 

क्रेडिट कार्ड कैसे यूज करें?

क्रेडिट कार्ड का यूज करना बहुत ही आसान है अगर आप सही तरीके से इसका उपयोग करते हैं तो आप बिना किसी ब्याज के इसका आनंद ले सकते हैं। क्रेडिट कार्ड के बेहतर उपयोग के लिए कृपया निम्नलिखित टिप्स को अपनाएं।

  1. अगर आपको अधिक खर्च करने की आवश्यकता है तो कोशिश करें कि क्रेडिट कार्ड का बिल जारी होने के बाद कार्ड से भुगतान करें, इससे आपको ज्यादा से ज्यादा दिनों के लिए ब्याज मुक्त बकाया राशि का भुगतान करना पड़ेगा।
  2. नियत तारीख से पहले अपने क्रेडिट कार्ड के बकाया राशि का भुगतान करें, इससे आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा।
  3. किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें और कार्ड से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी अन्य लोगों को ना बताएं।
  4. बड़ी खरीदारी करने के लिए आप ईएमआई सुविधा का उपयोग कर सकते हैं और प्रतिमाह मासिक किस्तों में भुगतान कर सकते हैं, इससे आप पर बहुत अधिक वित्तीय बोझ नहीं बढ़ेगा।
  5. क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले रिवार्ड्स का फायदा ले।
  6. इस बात का ध्यान रखें कि नो इंटरेस्ट पीरियड की गिनती खरीदारी के समय से ना होकर, स्टेटमेंट पीरियड की शुरुआत से ही करी जाती है। उदाहरण के लिए अगर आपके कार्ड पर 30 दिनों का नो इंटरेस्ट पीरियड है और आपका स्टेटमेंट पीरियड 1 जून को शुरू होता है तथा आप 5 जून को कोई खरीदारी करते हैं, तो इस हिसाब से आपके पास 25 दिनों का नो इंटरेस्ट पीरियड बचता है।

 

 

Credit Card Meaning In Hindi पर आधारित FAQs 

क्रेडिट कार्ड का मतलब क्या होता है?

Credit Card Meaning in Hindi का मतलब है कि क्रेडिट कार्ड एक प्रकार की वित्तीय सुविधा है, जो वित्तीय संस्थाओं द्वारा अपने ग्राहकों को प्रदान की जाती है। इसमें आप पूर्व अनुमोदित धनराशि खर्च कर सकते हैं और बाद में एक निश्चित समय के भीतर उसका भुगतान कर सकते है। 

आसान भाषा में समझे तो क्रेडिट कार्ड से आपको बैंकों की तरफ से एक प्रकार का उधार मिल जाता है वह भी बिना किसी ब्याज पर, हालांकि अगर आप तय समय से पहले बकाया राशि जमा नहीं करेंगे; तब आप पर ब्याज शुल्क लगाया जायेगा।

कार्ड का बिल कब बनता है?

जिस तारीख को आप का क्रेडिट कार्ड जारी किया जाता है, उसके ठीक 1 महीने बाद आप का क्रेडिट कार्ड का बिल वित्तीय संस्था के द्वारा आप को दिया जाता है। हालांकि कुछ बैंक अपने ग्राहकों को 45 दिनों तक के लिए भी इंटरेस्ट फ्री पीरियड देते हैं।

क्रेडिट कार्ड का बिल कैसे भरे?

क्रेडिट कार्ड का बिल भरने के बहुत सारे तरीके हैं; आप नीचे बताए गए तरीकों में से किसी एक का प्रयोग कर सकते हैं।

  1. मोबाइल बैंकिंग
  2. वीजा मनी ट्रांसफर
  3. नेट बैंकिंग
  4. चेक अथवा ड्राफ्ट का प्रयोग करके
  5. NEFT के माध्यम से
  6. Auto Pay माध्यम से
  7. एटीएम फंड ट्रांसफर के माध्यम से

क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भरा तो क्या होगा?

अगर आप सही समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भरते हैं; तो कार्ड जारीकर्ता द्वारा आप पर जुर्माने के रूप में ब्याज शुल्क वसूला जाएगा। 

इसके अलावा आप को fraud घोषित करके आपका कार्ड ब्लॉक कर दिया जाएगा। अगर आप क्रेडिट कार्ड बिल भरने में और अधिक देरी करते हैं; तो कार्ड जारीकर्ता आपके घर पर अपने एजेंट भेज सकता है और आप पर कानूनी कार्रवाई कर सकता है। 

क्रेडिट कार्ड का बिल कितने दिन में आता है?

क्रेडिट कार्ड का बिल 30 दिनों बाद आता है, उदाहरण के लिए अगर आपका क्रेडिट स्टेटमेंट पीरियड 1 जून को शुरू होता है तो यह 30 जून को खत्म होगा इस प्रकार आपका बिल 30 दिनों के बाद यानि कि 30 जून को आएगा।

हालांकि कुछ क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता अपने कार्डधारकों को बकाया राशि भुगतान करने के लिए 45 दिनों तक का समय भी देते हैं, ऐसे कार्ड धारकों क्रेडिट कार्ड बिल 45 दिनों बाद आएगा।

क्रेडिट कार्ड के लिए कितनी सैलरी होनी चाहिए?

आमतौर पर क्रेडिट कार्ड के लिए औसतन न्यूनतम सैलरी ₹15000 होती है, हालांकि अलग-अलग कार्ड जारीकर्ता के अनुसार न्यूनतम सैलरी अलग अलग होती है, जो उनके नियम के मुताबिक कम ज्यादा हो सकती है।

Credit Card Meaning in Hindi – Conclusion

हम आशा करते हैं कि आपको ये लेख credit card meaning in Hindi पसंद आया होगा और इसे पढ़ने के बाद Credit Card क्या होता है? आप अच्छे से जान गए होंगे।

अगर अभी भी आपके मन में क्रेडिट कार्ड से संबंधित किसी प्रकार का सवाल है; तो आप उसे हमसे कमेंट सेक्शन के द्वारा पूछ सकते हैं, हम जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको ये लेख पसंद आया हो; तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें, जिससे अन्य लोगों को भी इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में पता चल सके। धन्यवाद!

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