Draupadi Murmu Biography: ओडिशा के एक आदिवासी नेता Draupadi Murmu को आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सत्तारूढ़ एनडीए के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
इससे पहले दिन में विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को इस पद के लिए अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया था। मतदान 18 जुलाई को होना है।
उस समय, ओडिशा के आदिवासी नेता और झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की शीर्ष पसंद में माना जाता था।
ओडिशा के मयूरभंज जिले के रहने वाले मुर्मू ने राज्य की राजनीति में आने से पहले एक शिक्षक के रूप में शुरुआत की थी। वह मयूरभंज (2000 और 2009) के रायरंगपुर से भाजपा के टिकट पर विधायक रह चुकी हैं। 2000 में सत्ता में आई भाजपा-बीजद गठबंधन सरकार के दौरान, उन्होंने वाणिज्य और परिवहन, और बाद में, मत्स्य पालन और पशुपालन विभागों को संभाला। वह 2009 में जीतने में सफल रही, यहां तक कि भाजपा ने उस समय के लिए अलग-थलग पड़े बीजद की चुनौती के खिलाफ प्रदर्शन किया।
विधायक बनने से पहले, मुर्मू ने 1997 में चुनाव जीतने के बाद रायरंगपुर नगर पंचायत में पार्षद और भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 2015 में, Draupadi Murmu झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी।
Draupadi Murmu Biography in Hindi
FUll Name: द्रौपदी मुर्मू
Name OF Father: बिरांची नारायण टुडू
पेशा: राजनीतिज्ञ
Party: भारतीय जनता पार्टी
DOB: 20 जून 1958
Age: 64 वर्ष
जन्म स्थान: मयूरभंज, उड़ीसा, भारत
वजन: 74 किलो
लंबाई: 5 फिट 4 इंच
जाति: अनुसूचित जनजाति
धर्म: हिंदू
बेटी: इतिश्री मुर्मू
संपत्ति: NA
भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी: 1997
Draupadi Murmu का प्रारंभिक जीवन
हाल ही में एनडीए के द्वारा द्रौपदी मुर्मू को भारत के राष्ट्रपति के उम्मीदवार के तौर पर प्रस्तुत किया गया है। द्रौपदी मुर्मू का जन्म साल 1958 में एक आदिवासी परिवार में भारत देश के उड़ीसा राज्य के मयूरभंज इलाके में 20 जून को हुआ था।
इस प्रकार से यह एक आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली महिला है और एनडीए के द्वारा इन्हें भारत के अगले राष्ट्रपति के उम्मीदवार के तौर पर प्रस्तुत किया गया है और यही वजह है कि आजकल इंटरनेट पर Draupadi Murmu की काफी चर्चा हो रही है।
Education Of Draupadi Murmu
जब इन्हें थोड़ी समझ प्राप्त हुई, तभी इनके माता-पिता के द्वारा इनका एडमिशन इनके इलाके के ही एक विद्यालय में करवा दिया गया, जहां पर इन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई को पूरा किया। इसके पश्चात ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के लिए यह भुवनेश्वर शहर चली गई। भुवनेश्वर शहर में जाने के पश्चात इन्होंने रामा देवी महिला कॉलेज में एडमिशन प्राप्त किया और रामा देवी महिला कॉलेज से ही इन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई कंप्लीट की।
ग्रेजुएशन की एजुकेशन पूरी करने के पश्चात ओडिशा गवर्नमेंट में बिजली डिपार्टमेंट में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर इन्हें नौकरी प्राप्त हुई। इन्होंने यह नौकरी साल 1979 से लेकर के साल 1983 तक पूरी की। इसके बाद इन्होंने साल 1994 में रायरंगपुर में मौजूद अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में टीचर के तौर पर काम करना चालू किया और यह काम इन्होने 1997 तक किया।
Draupadi Murmu Family
इनके पिताजी का नाम बिरांची नारायण टुडू है और Draupadi Murmu संताल आदिवासी फैमिली से संबंध रखती हैं। झारखंड राज्य के बनने के पश्चात 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाली द्रोपदी मुर्मू पहली महिला राज्यपाल है। इनके पति का नाम श्याम चरण मुर्मू है।
Draupadi Murmu Politician Life
उड़ीसा गवर्नमेंट में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर Draupadi Murmu को साल 2000 से लेकर के साल 2004 तक ट्रांसपोर्ट और वाणिज्य डिपार्टमेंट संभालने का मौका मिला।
इन्होंने साल 2002 से लेकर के साल 2004 तक उड़ीसा गवर्नमेंट के राज्य मंत्री के तौर पर पशुपालन और मत्स्य पालन डिपार्टमेंट को भी संभाला।
साल 2002 से लेकर के साल 2009 तक यह भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेंबर भी रही।
भारतीय जनता पार्टी के एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के पद को इन्होंने साल 2006 से लेकर के साल 2009 तक संभाला।
एसटी मोर्चा के साथ ही साथ भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेंबर के पद पर यह साल 2013 से लेकर के साल 2015 तक रही झारखंड के राज्यपाल के पद को उन्होंने साल 2015 में प्राप्त किया और यह इस पद पर साल 2021 तक विराजमान रही।
1997 में चुनी गई थी जिला पार्षद साल 1997 का वह समय था, जब ओडिशा के रायरंगपुर जिले से पहली बार इन्हें जिला पार्षद चुना गया, साथ ही यह रायरंगपुर की उपाध्यक्ष भी बनी। इसके अलावा इन्हें साल 2002 से लेकर के साल 2009 तक मयूरभंज जिला भाजपा का अध्यक्ष बनने का मौका भी मिला। साल 2004 में यह रायरंगपुर विधानसभा से विधायक बनने में भी कामयाब हुई और आगे बढ़ते बढ़ते साल 2015 में इन्हें झारखंड जैसे आदिवासी बहुल राज्य के राज्यपाल के पद को संभालने का भी मौका मिला।
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Draupadi Murmu का राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित होना अभी तक काफी लोग Draupadi Murmu के बारे में नहीं जानते थे परंतु हाल ही में चार-पांच दिनों से यह काफी चर्चा में हैं। लोग इंटरनेट पर यह सर्च कर रहे हैं कि Draupadi Murmu कौन है तो बता दे कि Draupadi Murmu झारखंड की राज्यपाल रह चुकी है। इसके अलावा यह एक आदिवासी महिला है। इन्हें एनडीए के द्वारा हाल ही में भारत के अगले राष्ट्रपति के उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया गया है।
इस प्रकार अगर Draupadi Murmu भारत की राष्ट्रपति बनने में कामयाब हो जाती है, तो यह पहली ऐसी आदिवासी महिला होगी, जो भारत देश की राष्ट्रपति बनेगी, साथ ही यह दूसरी ऐसी महिला होंगी, जो भारत देश के राष्ट्रपति के पद को संभालेंगी। इसके पहले भारत देश के राष्ट्रपति के पद पर महिला के तौर पर प्रतिभा पाटिल विराजमान हो चुकी है।
पति और दो बेटों का छूट चुका है साथ श्याम चरण मुर्मू के साथ Draupadi Murmu की शादी हुई थी, जिनसे इन्हे संतान के तौर पर टोटल 3 बच्चे प्राप्त हुए थे, जिनमें दो बेटे थे और एक बेटी थी। हालांकि इनका व्यक्तिगत जीवन ज्यादा सुखमय नहीं था, क्योंकि इनके पति और इनके दोनों बेटे अब इस दुनिया में नहीं है। इनकी बेटी ही अब जिंदा है जिसका नाम इतिश्री है, जिसकी शादी Draupadi Murmu ने गणेश हेम्ब्रम के साथ की है।
Draupadi Murmu Award
Draupadi Murmu को नीलकंठ पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए साल 2007 में प्राप्त हुआ था। यह पुरस्कार इन्हें ओडिशा विधानसभा के द्वारा किया गया था।
FAQ:
Q: द्रौपदी मुर्मू कौन है?
Ans: Nda द्वारा घोषित भारत के अगले राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार।
Q: झारखंड की पहली महिला राज्यपाल कौन है?
Ans: द्रौपदी मुर्मू
Q: द्रौपदी मुर्मू के पति का नाम क्या है?
ANS: श्याम चरण मुर्मू
Q: द्रौपदी मुरमू किस समुदाय से ताल्लुक रखती हैं?
ANS: आदिवासी समुदाय